पिता

पिता

पिता का  रिश्ता  इतना गहरा
लगे एकदम  न्यारा न्यारा
पिता का प्यार  इतना अनमोल
देता मन को एक नई आशा और उम्मीद
निकल आती हु मैं  अंधेरो से
रौशनी की  तरफ
पिता का प्यार भरा स्पर्श पाते ही
मैं मुस्कुरा उठती खिल उठती
पिता गर साथ होते
नहीं होता तनिक भी मुझे अपने
दर्द का अहसास
पिता से  ये दुनिया लगे सुदर
पिता का साया हो तो
लगे पिता जीवन का संबल
मन को देते हर पल सुकून
पिता आस्था देते और विश्वास देते
पिता होते ही इतने प्यारे
कहते नहीं कुछ
पर मानो सब कुछ कह जाते

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